घर फूँक तमाशा देखने की लत शराब पीने की लत से भी बुरी लत है। पर घर घर में
आज ऐसा हो रहा है... किसी भी स्कूल में चले जाएं। आपके बच्चे सामुहिक नकल
कर परीक्षा में नम्बर ला रहे हैं। शिक्षक दिखावे के लिए नाराज होते हैं।
सोचो किसी व्यापारी की दुकान पर लोग खाली थैलियाँ लेकर उन पर वजन की पर्ची
लगा कर घर ले जा रहा हो, सामान कुछ तोल कर देना ही ना पड़ॆ तो ? दुकानदार इस
पागल ग्राहकों के नगर में दुकान खोलेगा या नही? अच्छे नम्बर की मार्कशीट
ले कर बच्चे खुश, माँबाप खुश तो इसे घर फूँक तमाशा देखने की लत नही तो और
क्या नाम दोगे?
जिम्मेदार तो वे है जो शिक्षा के उपभोक्ता है, परीक्षा के दिनों में होना तो ये चाहिए कि माँ बाप स्कूल जाकर बच्चों के और विद्यालय के पास बैठ कर सही तुलाई करा कर लाए...
जिम्मेदार तो वे है जो शिक्षा के उपभोक्ता है, परीक्षा के दिनों में होना तो ये चाहिए कि माँ बाप स्कूल जाकर बच्चों के और विद्यालय के पास बैठ कर सही तुलाई करा कर लाए...