( रसायन उद्योग के विकास में किये गये सारे प्रयास को आज
स्वास्थ्य सेवा के नाम पर किया गया प्रयास कहा जाता है। )
कल्पना करें एक
ऐसी दुनिया की जहाँ किसी तरह से जुग़ाड़ लगा कर सरकार की सहायता से निर्माता लोग
घरों में दरवाजे के अन्दर का लॉक लगाना बैन कर दे। समय गुजरने के साथ ही लोग भूल
जाएं कि दरवाजे के अन्दर का लॉक लगाया जाना सम्भव है। अब इस दुनिया में किस प्रकार
की घटनाएं होंगी? सोचो... कोई चोर
घर में घुसेगा, चोरियाँ बढ़ेगी तो
सरकार अभियान चलाएगी... निहत्थे आने वाले चोरों से कैसे निपटें - ट्रेनिंग होगी,
खास तरह के हथियार बिकेंगे, लड़ना सिखाया जाएगा। फिर, लाठी लेकर आने वाले चोरों से कैसे निपटें - ट्रेनिंग होगी,
खास तरह के हथियार बिकेंगे, लड़ना सिखाया जाएगा। फिर, बन्दूक लेकर आने वाले चोर से कैसे निपटें - ट्रेनिंग होगी,
खास तरह के हथियार बिकेंगे, लड़ना सिखाया जाएगा।
जिन लोगों ने घर के अन्दर लॉक लगाना समाज को
भुला दिया वे अब चोरों के प्रकार और उनसे निपटने के विभिन्न हथियारों और ट्रेनिंग
पर खूब निवेश करेंगे और सरकार की चिंता में शामिल हो कर सच्चे दिल से समाज को
सहयोग करेंगे ताकि समाज सुख से रह सके। अरबों का बिजनस होगा, खरबों के वारे
न्यारे होंगे। चालाक व्यापारी चोरों को भी बढ़ावा देंगे और हथियार बनाने वालो के
लिए भी धन मुहैया कराएंगे।
अब अगर कोई सरकार को याद दिलाए कि इस उद्योग को
बन्द क्यों नही करते... लोगों के घरों में अन्दर का ताला क्यों नही लगवाते ...
क्यों जनता का सुख चैन छीन रखा है? उनके पसीने की
गाढ़ी कमाई केवल चोरों से रखवाली पर खर्च हो रही है आप कुछ सोचते क्यों नही?
तो जिन लोगों के
दरवाजे के खुले रहने में हित हैं वे लोग इस आवाज को कतई उभरने नही देंगे। वे चोरों
के प्रकार, नये हथियार आदि पर इतना
जोर से चिल्लाएंगे कि घर के अन्दर का ताला लगाने का कोमल स्वर द्ब कर रह जाएगा।
वे लोग जिनके हित इस बात में है कि दरवाजे पर
अन्दर से ताले ना लगने चाहिए... वे जब भी अन्दर से ताला लगाने की किसी भी योजना के
समय घरों में घुस कर जानबूझ कर ऐसी वारदात को अंजाम देंगे कि झल्ला कर समाज,
सरकार और उद्योगपेशंट मिल कर ताला लगाने के
आइडिया पर निन्दा प्रस्ताव ले आएंगे।
दोस्तों ! ये कल्पना चित्र मात्र कल्पना नही है,
हकीकत में आपके साथ विश्वभर में किया जा रहा
है...
रोग प्रतिरोधक
शक्ति आपके स्वास्थ्य का आंतरिक लॉक है जिसके खिलाफ किसी भी वायरस, बैक्टीरिया और फंगस की औकात नही कि आपका
स्वास्थ्य खराब हो जाए। विश्व स्वास्थ्य संगठन और सरकारों के स्वास्थ्य बजट जिससे
लोगों की रोग प्रतिरोधक शक्ति का विकास होना चाहिए उस सारी धन शक्ति, समय, श्रम आदि का प्रयोग नित नये एंटी बैक्टीरिया, एंटी वायरस एंटी फंगस रसायन इजाद करने पर खर्च किया जा रहा
है। रसायन उद्योग के विकास में किये गये सारे प्रयास को आज स्वास्थ्य सेवा के नाम
पर किया गया प्रयास कहा जाता है।