लाइफ कॉचिंग एक सम्मानजनक पेशा है। गाइडेंस और कॉंसलिंग आज समाज की आवश्यकता बन गया है। लोगों में हजारों तरह की आस्था होती है जिनके सहारे वे अपना जीवन जीते हैं। जितना बन पड़ता है वे वैज्ञानिक तरीकों से निर्णय लेने की कोशिश करते हैं। परंतु आज का तेजी से बदलता सामाजिक पर्यावरण न आस्थाओं को टिकने दे रहा है और ना कोई वैज्ञानिक प्रणाली मददगार साबित हो रही है। सूचनाओं के इस विराट जंजाल में किसी भी युवा को एक सहायक की आवश्यकता हो सकती है। लाइफ कॉच, गाइड या कॉंसलर के रूप में जो इस फील्ड में कैरियर बनाना चाहता है उनको ट्रेनिंग देना हमारा कार्यक्षेत्र है। यह इक्कीसवीं सदी मनोविज्ञान की सदी है। जो इस विषय को जितनी जल्दी अपना लेगा वह समाज में उतनी ही जल्दी अपनी सार्थक भूमिका निभाना आरम्भ कर देगा।http://supportinghands.blogspot.in/2014/ 05/ support-movement-psychology-is-subject.ht ml सुरेश कुमार शर्मा 9929515246