मार्गदर्शन और परामर्श
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आप कौन हैं?
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अपने बारे में आप क्या जानते हैं?
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आप कैसा अनुभव कर रहे हैं?
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आपके पास शक्तियाँ क्या है?
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आपकी कमजोरियाँ क्या है?
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क्या आप खुश हैं?
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क्या आप अपनी अनचाही आदतों के कारण घुटन का अनुभव कर रहे
हैं?
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आप जैसा बनना चाहते हैं वैसे बन रहे हैं या कोई और जैसा
चाह्ते हैं वैसा बन रहे हैं?
क्या
आपको ये प्रश्न परेशान करते हैं? क्या आप अपने को जितना समझते हैं उससे अधिक जानना
चाहते हैं? जिससे आप वह अधिकतम कर सकें जिसके लिए आपको प्रकृति ने चुना है? क्या
आप इसके लिए पहला कदम उठाना चाहते हैं? इसके लिए आपको अपने अनोखे होने को समझना
होगा। आपको अपने अतीत, अपनी शक्तियाँ, अपनी कमजोरियाँ और स्वयं की इच्छाओं को
पहचानना होगा।
ह्म में
से ज्यादातर मित्र अपने को वैसा जानते हैं जैसा कि दूसरों ने उनको बताया है।
ज्यादातर मित्र अपने परिचय में वह बताते हैं जो उन्होंने अपने घर, समाज से सुना
है। वे अपने बारे में अपनी आंतरिक आकाँक्षाओं से परिचय नही कराते। ज्यादातर लोग
बताते हैं अपना हूनर, शिक्षा, घराना आदि। क्या जीवन इतना ही है जो आपको दूसरे के
लगातार प्रयासों से मिला है? क्या आपकी अपनी आकाँक्षा, सपने, रुचि सब आपने भुला
दिया? या उम्र बढ़ने के साथ खोते जा रहे हो? क्या आप केवल इस बात से आनन्द मनाते हो
कि आपने क्या उपलब्धियाँ पाई, सफलता किसमें मिली। क्या आत्मसम्मान, आंतरिक आनन्द
और संतुष्टि के आधार पर आप अपने जीवन का माप नही करते? कुछ जानकारियों के अलावा,
कुछ हूनर के अलावा क्या आप का अपना कोई और अस्तित्व नही है?
क्या आप
बदलाव चाहते हैं? तो समझें कि आपके आंतरिक जीवन और बाह्य परिचय में संतुलन कैसे
बनाया जा सकता है। समाज ने आपको केवल यह सिखाया है कि आप समाज के लिए कैसे फिट हो
सकते हो। आप अपने अनुकूल समाज का निर्माण भले ही ना कर सकें पर अपने अनुकूल
सामाजिक वातावरण की तलाश तो कर ही सकते हो। नीचे बने चक्र में आपके जीवन के
विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया है। आप इन पहलुओं पर अपना पक्ष लिखें। जब डाक
द्वारा या ईमेल से आपका सन्देश हमें मिलेगा तो आधे घण्टे का फ्री परामर्श चैटिंग
द्वारा दिया जाएगा। इस में यह सम्भावना तलाशी जाएगी कि आप क्या हो सकते हैं और
क्या पा सकते हैं।
इस चक्र
में आप स्वयं को मानें और इसके दांते आपके जीवन के विभिन्न पहलू है। आप प्रत्येक
पहलू पर सफलता और संतुष्टि के लिए 1 से 10 के बीच अंक दें। जितने अधिक संतुष्ट हैं
आप उस शीर्षक को उतने ही अधिक अंक दें।
आप किस
पहलू पर अपने को सबसे अधिक कमजोर पाते हैं? उसमें किस तरह के बदलाव आप चाहते हैं व
लिख कर भेजें।
इस चक्र में वह पहलू रेखाँकित करें जहाँ आजकल आपका अधिकतम
समय, ऊर्जा, धन आदि खर्च रहा है।
आप इसमें अपनी आवश्यकता के अनुरूप बदलाव
भी कर सकते हैं। तीन प्रकार के संकेत हर पहलू पर लिखें 1. आप उस पहलू पर कितने
संतुष्ट हैं? अधिकतम तृप्ति पर अधिकतम अंक दें। असंतुष्ट हैं तो कम से कम अंक दें।
2. आप उस पहलू पर किस प्रकारे के परिवर्तन चाहते हैं वह स्पष्ट लिखें। 3. आप
अधिकतम समय आप किस पहलू पर बिताने के लिए मजबूर हैं और किस पर अपना समय बिताने की
खुशी होगी?
यह एक व्यक्तिगत निमंत्रण भी है और उन लोगों के लिए सन्देश भी है कि अगर आप लाइफ कॉच के रूप में कैरियर अपनाते हैं तो किस प्रकार के कार्य करने होंगे... सुरेश कुमार शर्मा 9929515246
यह एक व्यक्तिगत निमंत्रण भी है और उन लोगों के लिए सन्देश भी है कि अगर आप लाइफ कॉच के रूप में कैरियर अपनाते हैं तो किस प्रकार के कार्य करने होंगे... सुरेश कुमार शर्मा 9929515246